Team India Schedule Challenges : भारतीय टीम का शेड्यूल क्यों है चुनौतीपूर्ण? जानिए चार कारण

Team India Schedule Challenges : एक बार फिर से भारत में वर्ल्ड कप होने जा रहा है, जिसकी शुरुआत 5 अक्टूबर से हो जाएगी। एक बार फिर से 140 करोड़ लोगों की नजरें वर्ल्ड कप पर टिकी होंगी। इस टूर्नामेंट के दौरान खिलाड़ियों को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। पिछले 10 सालों से भारत एक भी खिताब नहीं हासिल कर सका है। वहीं 12 सालों से भारत वर्ल्ड चैंपियन भी नहीं बन पाया। लेकिन भारतीय टीम के खिलाड़ियों के लिए इन चुनौतियों को और भी कठिन बनाने वाला भारतीय टीम का शेड्यूल है, जो टीम इंडिया के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।

आईसीसी और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा 27 जून को वर्ल्ड कप के शेड्यूल का ऐलान कर दिया गया है। इस बड़े टूर्नामेंट के आयोजन के लिए 10 शहरों का चयन किया गया है, जिसमें 10 टीमें भाग लेंगी और प्रत्येक टीम में लीग स्टेज के 9 – 9 मैच खेले जाएंगे। अब चूंकि भारत वर्ल्ड कप की मेजबानी करेगा, जिसके चलते उसे अपने नौ मैच अलग-अलग वेन्यू पर खेलने होंगे जो कि भारत के लिए चुनौती भरा हो सकता है।

34 दिनों में 8400 किलोमीटर का सफर तय करना

अनुमान लगाया जा रहा है, कि 8 अक्टूबर को भारत अपने पहले लीग मैच से लेकर 11 नवंबर को आखिरी लीग मैच तक 34 दिनों में लगभग 8400 किलोमीटर का हवाई सफर तय करेगा जोकि अन्य बाकी टीमों से कहीं अधिक है। एक टूर्नामेंट के दौरान खिलाड़ियों के लिए इतना अधिक सफर बेहद चुनौतीपूर्ण होगा।

सफर की थकान

अब प्रश्न उठता है कि आखिर यह वर्ल्ड कप चुनौतीपूर्ण होगा, इसका मुख्य कारण टूर्नामेंट का आकार है, क्योंकि यह टूर्नामेंट 50-50 ओवरों में खेला जाएगा जिसे खेलने में कम से कम 9 घंटे का समय तो लगेगा ही। इसके साथ ही मैदान पर आने जाने तक का समय भी निर्धारित होगा, जिसके चलते सफर में मिलने वाली थकान भी चुनौतीपूर्ण होगी।

मैचों के बीच ब्रेक होगा बेहद कम

यह मैच इसलिए भी चुनौतीपूर्ण होने वाला है, क्योंकि भारतीय टीम को अपने अधिकतर मैचों के बीच 2 या 3 दिनों का अंतराल ही मिल सकेगा। सिर्फ न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ खेले जाने वाले मुकाबलों में 6 दिनों का समय मिलेगा। ऐसी स्थिति में खिलाड़ियों को मैच के बाद होटल आने-जाने, क्रिकेट किट पैक करने से लेकर और भी काफी समय लगेगा, जिसके चलते खिलाड़ियों को पूर्ण रूप से रिकवर होने का समय भी नहीं मिल सकेगा।

प्रैक्टिस का नहीं मिल सकेगा समय

जब किसी भी टीम को मैचों के बीच बहुत कम समय मिलेगा और उसी दौरान खिलाड़ी अपनी थकावट से बचने के लिए आराम करने पर भी ध्यान देंगे तो उन्हें अभ्यास का समय बहुत कम ही मिल पाएगा। ऐसी स्थिति में टीम की तैयारियों पर भी काफी असर पड़ सकता है। इस दौरान खिलाड़ियों को सिर्फ शारीरिक थकावट ही नहीं, बल्कि मानसिक थकावट का भी सामना करना पड़ सकता है।

अलग शहर, अलग मौसम, अलग परिस्थितियां

मात्र इतना ही नहीं बल्कि भारतीय टीम उत्तर में धर्मशाला, पश्चिम में अहमदाबाद, दक्षिण में चेन्नई और पूर्व में कोलकाता तक लगभग पूरे भारत का सफर तय करेगी। अक्टूबर – नवंबर का महीना ऐसा होता है, जब सभी जगह अलग अलग तरह का मौसम होता है। कहीं गर्मी तो कहीं सर्दी तो कहीं उमस भरा मौसम देखने को मिलता है। ऐसी स्थिति में मौसमी परिस्थितियों के अनुरूप खिलाड़ियों को ढलने का समय भी नहीं मिल सकेगा, जोकि खिलाड़ियों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होगा।

Read Also:-IND vs WI: यह 4 खिलाड़ी नहीं ले सकेंगे वेस्टइंडीज दौरे में भाग, मिली शिकायत पर BCCI ने दिखाया बाहर का रास्ता