HBD JADDU: एमएस धोनी की कप्तानी में चमके रविंद्र जडेजा के सितारें, पढ़िए फर्श से अर्श तक पहुंचने की पूरी कहानी
HBD : एमएस धोनी की कप्तानी में चमके रविंद्र जडेजा के सितारें, पढ़िए फर्श से अर्श तक पहुंचने की पूरी कहानी

रविंद्र जडेजा : भारतीय टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी की भूमिका निभाने वाले जडेजा आज क्रिकेट की दुनिया का एक बड़ा नाम है। फ़िलहाल जडेजा चोटिल होने की वजह से टीम से बाहर चल रहे हैं। लेकिन उनके जीवन में एक समय ऐसा भी आया था जब उनका क्रिकेटर बनने का सपना कहीं खो सा गया था। जामनगर के एक छोटे से गांव घर में जन्मे जडेजा के पिता अनिरुद्ध जडेजा चाहे एक सिक्योरिटी एजेंसी में मामूली चौकीदार की नौकरी करते थे।

तो वही वह अपने बेटे को सेना में भर्ती कराने का बड़ा सपना देख रहे। लेकिन जडेजा की किस्मत में तो क्रिकेट खेलना लिखा था साल 2005 में जडेजा की मां के निधन के बाद वह क्रिकेट छोड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हो गए थे। लेकिन की बहन ने ऐसा होने नहीं दिया। आज हम जडेजा की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि जडेजा आज अपना 34 वां जन्मदिन मना रहे हैं तो चलिए इसी कड़ी में आपको बताते हैं उनके जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी कहानियों के बारे में।

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धोनी की कप्तानी में चमके जडेजा के सितारे

जडेजा ने साल 2009 में धोनी की कप्तानी के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पहला कदम रखा था। धोनी का असली असर दिखना शुरू साल 2012 में हुआ जब सीएसके ने नीलामी के दौरान जडेजा को अपनी टीम में शामिल किया। यहां से जडेजा के सितारे चमक में शुरू हुए वह न सिर्फ बेहतर गेंदबाज बने बल्कि उन्होंने अपने बल्ले से भी अपनी कला दिखाना शुरू किया।

उनको विकेट के पीछे से धोनी ने अलग-अलग बल्लेबाजों के खिलाफ खास गेंद डालने की कला सिखाई तो वहीं साल 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में बल्ले और गेंद से खिलाड़ी ने कमाल दिखाकर भारत को ट्रॉफी जिताने में अपनी अहम भूमिका निभाई।

अश्विन के साथ मिलकर जमाई जोड़ी

टेस्ट डेब्यू करने वाले जडेजा ने आश्विन के साथ मिलकर अपनी एक ऐसी जोड़ी बनाई। इन दोनों की जोड़ी ने मिलकर भारत के लिए कई मैच जीते। कई सालों तक भारतीय जमीं पर राज किया और विदेशी बल्लेबाजों का मैदान पर टिकना दूबर कर दिया।

नंबर वन ऑल राउंडर और खतरनाक फील्डर

पिछले 3 साल से जडेजा ने अपने बल्ले से ना से शानदार खेल का प्रदर्शन किया है बल्कि साल 2021 में वह दुनिया के नंबर वन टेस्ट ऑलराउंडर खिलाड़ी भी बने हैं। उनकी फील्डिंग में भी काफी सुधार देखा गया है बता दें कि जडेजा के नाम पर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सौराष्ट्र के लिए तीन तिहरे शतक भी शामिल है।

भारत के लिए जुड़े जा अब तक सात टेस्ट मैचों में 242 विकेट ले चुके हैं। जबकि इस खिलाड़ी ने ढाई हजार रन भी बनाए हैं। वही जडेजा ने 171 मुकाबले खेलते हुए 179 विकेट के साथ 2447 रन बनाए हैं।बात अगर टी-20 मैचों की करें तो इस खिलाड़ी ने 64 टी-20 मुकाबले खेलते हुए 51 विकेट के साथ 457 रन बनाए हैं

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