इस बार वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला भारत में खेला जाएगा लेकिन उससे पहले भारत को Asia Cup में भाग लेना है। जिसे लेकर अभी भी कुछ ठीक प्रकार से स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है। यह तो तय था कि भारत हाइब्रिड मॉडल के आधार पर Asia Cup खेलेगा। और खबरें सामने आ रही थी की पाकिस्तान हाइब्रिड मॉडल मानने के लिए तैयार भी हो गया है, लेकिन अब जाकर यह खबर आ रही है कि पीसीबी के होने वाले नए अध्यक्ष जका अशरफ द्वारा हाइब्रिड मॉडल मानने से इंकार कर दिया गया है।
पीसीबी के नए अध्यक्ष का क्या रहा बयान
पीसीबी के होने वाले नए अध्यक्ष अशरफ द्वारा कहा गया कि,
“मैं Asia Cup हाईब्रिड मॉडल के तहत कराने से सहमत नहीं हूं. मेरे हिसाब से पूरा टूर्नामेंट पाकिस्तान में आयोजित होना चाहिए, लेकिन बड़े मैच श्रीलंका में खेले जाएंगे. सिर्फ नेपाल की टीम पाकिस्तान में खेलेगी. ये हमारे साथ अन्याय है.”
अशरफ ने आगे बताया कि,
“वह उपलब्ध सीमित समय में परिवर्तन करने का प्रयास करेंगे. मैं वह करने की कोशिश करूंगा जो कम से कम समय के भीतर पाकिस्तान के सर्वोत्तम हित में होगा. कई लंबित मुद्दे हैं, और मैं इस मामले में गहराई से नहीं जा रहा हूं, क्योंकि मैंने आधिकारिक तौर पर पदभार नहीं संभाला है.”
पाकिस्तान के पक्ष में करेंगे फैसला – जका अशरफ
जका अशरफ ने आगे बताया कि सभी मुख्य मैचों का आयोजन पाकिस्तान से बाहर होगा। नेपाल और भूटान जैसी टीमें भी पाकिस्तान के साथ खेलेंगी, जो कि गलत होगा। मैं नहीं जानता कि बोर्ड द्वारा पहले किस पर मंजूरी दी गई। मैं देखता हूं कि इतने कम समय में अब क्या कर सकता हूं, हम वही कार्य करेंगे जो पाकिस्तान के लिए बेहतर होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा आका अशरफ को मंगलवार को पीसीबी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में शामिल होने के लिए नामांकित किया गया है। माना जा रहा है की पीसीबी अध्यक्ष बनना उनका लगभग फाइनल है। वहीं बीसीसीआई के सचिव जय शाह द्वारा हाइब्रिड मॉडल को मान्यता भी दी जा चुकी है। अब यह देखना काफी बेहतरीन होगा, कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा इस मुद्दे पर अंतिम फैसला क्या लिया जाता है।