आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में Mumbai Indians की गिनती ऐसी टीमों में की जाती है, जिसमें एक से बढ़कर एक बेहतर खिलाड़ी मौजूद रहते हैं। इस टीम में खेलने वाले हर खिलाड़ी को न सिर्फ भारतीय टीम में आसानी से जगह मिल जाती है, बल्कि भारतीय टीम में शामिल होकर यह खिलाड़ी बड़ा नाम भी कमाते हैं। रोहित शर्मा से लेकर ईशान किशन तक इस बात के सबसे प्रत्यक्ष उदाहरण मौजूद है।
लेकिन आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बताएंगे, जिसे मुंबई इंडियंस ने अपनी टीम में शामिल करने के लिए धोनी के गढ़ रांची से ढूंढ निकाला है।
इस आदिवासी क्रिकेटर को मुंबई इंडियंस देगी मौका
इस आर्टिकल के जरिए जिस खिलाड़ी के बारे में बात हो रही है, वह कोई और नहीं बल्कि मुंबई इंडियंस की टीम में शामिल होने वाले रॉबिन हैं। मुंबई इंडियंस द्वारा रॉबिन को अपनी टीम में शामिल किया गया है, वही एक न्यूज़ चैनल के साथ बातचीत के दौरान रॉबिन ने बताया कि वह अपने चयन से बहुत अधिक खुश हैं।
पिछले साल इस खिलाड़ी का चयन होने की कगार पर पहुंचते-पहुंचते नहीं हो पाया। लेकिन रॉबिन इसमें सबसे बड़ा योगदान अपने कोच चंचल और आशीष सर का मानते हैं, जिन्होंने शुरुआत से ही उन पर बहुत अधिक यकीन किया और बारीकियों के साथ में हर बात के बारे में समझाया।
8 वर्ष की उम्र से क्रिकेट खेलने का शौक
रॉबिन ने आगे बताया कि उन्हें बचपन से ही क्रिकेट खेलने का बहुत शौक था और मात्र 8 वर्ष की अवस्था से ही वह क्रिकेट खेल रहे हैं। उनके पिताजी ने उनके इस शौक को उनका पैशन बना दिया। उन्होंने अपने पिता के बारे में बताया कि मेरे पिता ने मेरे सपने को साकार करने के लिए मुझसे कहा कि मुझे क्रिकेट एकेडमी में एडमिशन लेना चाहिए, क्योंकि तुम काफी अच्छा क्रिकेट खेलते हो। मैंने भी अपने पापा की बात पर विश्वास कर लिया और स्कूल में एडमिशन ले लिया जिसके बाद से मेरे क्रिकेट के सफर की शुरुआत हो गई।