जुलाई महीने में भारतीय टीम वेस्टइंडीज दौरे पर जाएगी, जिसके लिए BCCI द्वारा टीम निश्चित की जा चुकी है। ऐसे बहुत से खिलाड़ी होंगे, जिनका इस सीरीज के दौरान अब सपना चकनाचूर हो जाएगा, क्योंकि सभी खिलाड़ियों को खुश करना बीसीसीआई के लिए असंभव है। इस बार वनडे वर्ल्ड कप और टी20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई युवा खिलाड़ियों पर अधिक भरोसा कर सकती है, जिन्हे लेकर वह भविष्य के बारे में भी विचार कर सकती है।
आज भारतीय टीम के एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बात करेंगे, जो अपने करियर के अंतिम दौर पर पहुंच चुका है। लगातार इस खिलाड़ी के साथ हो रही नजरअंदाजी इस खिलाड़ी के हौसले को चकनाचूर कर चुकी है और जल्द ही वह सन्यास का ऐलान कर सकता है।
बीसीसीआई ने इस खिलाड़ी को दिया धोखा
यहां भारतीय टीम के जिस खिलाड़ी के बारे में बात की जा रही है, वह कोई और नहीं बल्कि मयंक अग्रवाल है, जो टेस्ट फॉर्मेट में भारतीय टीम के लिए बेहद शानदार प्रदर्शन कर चुके है। किसी समय आस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन से मयंक अग्रवाल की तुलना की जाती थी, लेकिन सालों से इन्हें भारतीय टीम से बाहर रखा जा रहा है।
मयंक अग्रवाल को पहले केएल राहुल और अब शुभमन गिल के चलते टेस्ट टीम में मौका नहीं मिल पाया, क्योंकि बतौर ओपनर टेस्ट टीम में शुभमन गिल की जगह पक्की हो चुकी है, जिसके चलते अब मयंक अग्रवाल को मौका मिलना नामुमकिन नजर आ रहा है। वही भारतीय टीम मैनेजमेंट अब युवा खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल और ऋतुराज गायकवाड पर अधिक भरोसा कर रही है।
रणजी ट्रॉफी में बल्ले से किया आक्रमक प्रदर्शन
मयंक अग्रवाल रणजी ट्रॉफी में काफी बेहतरीन प्रदर्शन कर चुके हैं। साल 2022 – 23 के सीजन में वह सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी रहे। कर्नाटक के लिए वह 9 मैच खेले जिसमें 990 रन बनाने में कामयाब रहे। इसके बाद भी भारतीय टीम में लगातार इस खिलाड़ी को नजरअंदाजी किया जा रहा है। उनके साथ हो रही इस नजरअंदाजी के चलते सभी आश्चर्यचकित है। 12 जुलाई से होने वाली वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मयंक अग्रवाल को मौका मिलना था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।