टीम इंडिया के बेहतरीन तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी जहां इस समय भारतीय टीम के साथ न्यूजीलैंड मैं वनडे सीरीज खेलने में व्यस्त है। वहीं इस बीच उनकी मुश्किलें और ज्यादा बढ़ गई है। दरअसल मोहम्मद शमी और उनकी पत्नी हसीन के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां कुछ साल पहले हसीन ने शमी पर गंभीर आरोप लगाए थे। तो वही कोर्ट में अब दोनों के रिश्ते को लेकर एक बड़ा फैसला सुनाया है।
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कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला
दरअसल कोलकाता की एक कोर्ट ने सोमवार को भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को उनकी अलग रह रही पत्नी हसीन जहां को 1 लाख 30 मासिक भत्ता देने का आदेश करार दिया है। 1 लाख 30 हजार से 50 हजार हसीन जहां अपने व्यक्तिगत खर्च के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं तो वहीं 80000 उनकी बेटी के रखरखाव का खर्च होगा जो उनके साथ ही रही है।
हसीन जहां ने दायर किया था मुकदमा
जानकारी के लिए बता दें कि मोहम्मद शमी की पत्नी ने साल 2018 में 10 लाख रुपए की मासिक गुजारा भत्ता की मांग की थी और मुकदमा दायर किया था जिसमें से 7 लाख उनके व्यक्तिगत गुजारा भत्ता होगा और शेष 300000 उनकी बेटी के रखरखाव में खर्च किए जाएंगे। उनके वकील ने अदालत को सूचित किया कि वित्तीय साल 2020-21 के लिए भारतीय तेज गेंदबाज के आयकर रिटर्न के मुताबिक उस साल के लिए उनकी वार्षिक आय 7 करोड़ से अधिक थी और उसी के आधार पर मासिक आय की मांग की।
मोहम्मद शमी के वकील का बड़ा बयान
मोहम्मद शमी के वकील शैलेंद्र रहमान इस बात का दावा करते हुए बताया है कि हसीन जहां खुद एक पेशेवर फैशन मॉडल के रूप में काम करके अच्छी खासी इनकम कमा रही थी। तो वहीं इस उच्च गुजारा भत्ता की मांग करना उनके लिए बिल्कुल भी उचित नहीं था फिर कोर्ट के लिए दोनों पक्षों को सुनने के बाद सोमवार को इस पर अपना बड़ा आदेश सुना दिया है।