Indian Bowlers:- भारतीय गेंदबाजों ने आखिरी ओवर में किया जबरदस्त प्रदर्शन चटकाए 3 विकेट
Indian Bowlers:- भारतीय गेंदबाजों ने आखिरी ओवर में किया जबरदस्त प्रदर्शन चटकाए 3 विकेट

Indian Bowlers:- क्रिकेट के सबसे लोकप्रिय फॉर्मेट टी20 क्रिकेट के दौरान फैंस का बहुत ही कम समय में मनोरंजन हो जाता है। क्रिकेट के इस फॉर्मेट में दर्शकों को मैदान पर खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए खूब चौके और छक्कों का शानदार प्रदर्शन देखने को मिलता हैं। इस प्रारूप को दुनिया भर की टी20 लीग और टी20 वर्ल्ड कप से और भी अधिक लोकप्रियता प्राप्त होती है।

जब से टी20 क्रिकेट का आरंभ हुआ है, तब से लगातार यह फॉर्मेट आगे ही बढ़ता जा रहा है। आईपीएल और बीबीएल जैसे लीग इस फॉर्मेट को और भी अधिक पॉपुलर बना चुके हैं।

टी20 क्रिकेट के दौरान बल्लेबाजों के द्वारा तेजी से रन बनाने की कोशिश की जाती है। जिसके चलते सबका ध्यान उन्हीं की तरफ आकर्षित होता है। इसके साथ साथ गेंदबाज भी इस फॉर्मेट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कई बार मैच के दौरान गेंदबाजों द्वारा अपने दम पर टीम को जीत दिलाई जा चुकी है। साल 2007 में जब टीम इंडिया अपना पहला टी20 वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब रही थी, उस समय सबसे महत्वपूर्ण योगदान गेंदबाजों द्वारा ही निभाया गया था।अगर गेंदबाजों द्वारा अच्छा प्रदर्शन किया जाएगा, तभी वर्ल्ड कप जैसा खिताब हासिल किया जा सकेगा।

टी20 वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय टीम की तरफ से गेंदबाजों का प्रदर्शन काफी बेहतरीन रहा है। इस आर्टिकल के जरिए हम आपको टी-20 वर्ल्ड कप के ऐसे तीन मैचों के बारे में बताएंगे, जब भारतीय गेंदबाजों द्वारा आखिरी ओवर के दौरान शानदार गेंदबाजी करते हुए मैच अपने नाम कर लिया गया था।

टी20 वर्ल्ड कप 2016 के दौरान हार्दिक पांड्या vs बांग्लादेश

भला इस मुकाबले को किसी के द्वारा नहीं भुलाया जा सकता, जब 147 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए बांग्लादेश द्वारा 19 ओवर तक 6 विकेट के नुकसान पर 136 रन बनाए गए थे। उन्हे आखिरी ओवर में मात्र 11 रनों की आवश्यकता थी। हार्दिक पांड्या को कप्तान एमएस धोनी द्वारा गेंदबाजी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

ओवर की पहली गेंद पर महमदुल्लाह द्वारा एक रन लिया गया और दूसरी गेंद पर मुशफिकुर रहीम द्वारा चौका लगाकर जबरदस्त सेलिब्रेशन किया गया। वहीं तीसरी गेंद पर भी रहीम चौका जड़ने में कामयाब रहे और अब यहां से 3 गेंदों पर मात्र 2 रनों की आवश्यकता थी और बांग्लादेश की जीत लगभग निश्चित ही प्रतीत हो रही थी। लेकिन उसी समय अचानक चौथी गेंद पर रहीम द्वारा बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में धवन को कैच थमा दिया गया‌‌। वहीं पांचवीं गेंद पर महमदुल्लाह भी आउट हो गए।

बांग्लादेश को जीत के लिए आखिरी गेंद पर 2 रनों की आवश्यकता थी और टाई के लिए मात्र 1 रन ही चाहिए था। बांग्लादेश के खिलाड़ियों द्वारा टाई के रूप में 1 रन लेने की कोशिश की गई लेकिन एमएस धोनी द्वारा अपनी फुर्ती का इस्तेमाल करते हुए स्टंप को बिखेर दिया गया, और भारत यह रोमांचक मुकाबला मात्र 1 रन से जीतने में कामयाब रहा।

टी20 वर्ल्ड कप 2007 ग्रुप स्टेज के दौरान श्रीसंत vs पाकिस्तान

मैच के टाई हो जाने से यह मुकाबला भारत बॉल आउट में जीतने में कामयाब रहा। भारत पहले खेलते हुए 141 रन बनाने में कामयाब रहा और इतना ही स्कोर पाकिस्तान द्वारा भी बनाया गया। हालांकि एक समय ऐसा आया, जब पाकिस्तानी टीम जीत के निकट पहुंच चुकी थी।

लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तानी टीम 19 ओवर के दौरान 6 विकेट चटकाते हुए 130 रन बनाने में कामयाब रही। आखिरी ओवर में मिस्बाह -उल-हक क्रीज पर मौजूद थे उन्हें 12 रनों की आवश्यकता थी। आखरी ओवर डालने की जिम्मेदारी श्रीसंत को कप्तान एमएस धोनी द्वारा सौंपी गई। श्रीसंत की उस ओवर की दूसरी और चौथी गेंद पर चौका लगाते हुए भारतीय फैंस को असमंजस में डाल दिया गया था। संत के ऊपर की दूसरी और चौथी गेंद पर मिस्बाह द्वारा चौका लगाकर भारतीय फैंस को शांत कर दिया गया। पहली 4 गेंदों पर 11 रन बनाकर पाकिस्तान द्वारा मैच टाई करा लिया गया था अब जीतने के लिए अगली 2 गेंदों पर मात्र 1 रन की आवश्यकता थी। लेकिन इसके विपरीत मैच का रुख यहीं से पलट गया। पांचवी गेंद पर मिस्बाह एक भी रन बनाने में नाकाम रहे। और आखिरी गेंद पर ही आउट हो गए। इसके साथ ही यह मैच भी टाई भी हो गया और भारत द्वारा बॉल आउट के दौरान यह मैच अपने नाम कर लिया गया।

2007 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल के दौरान जोगिंदर शर्मा vs पाकिस्तान

भारत साल 2007 के पहले टी20 वर्ल्डकप का खिताब जोगिंदर शर्मा के उस ओवर की बदौलत जीतने में कामयाब रहा 158 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान द्वारा फाइनल मुकाबले के दौरान 19 ओवर तक 9 विकेट के नुकसान पर 145 रन बनाए गए थे उन्हें आखिरी ओवर में 13 रनों की आवश्यकता थी।

पहली वाइड गेंद जोगिंदर शर्मा द्वारा फेंकी गई, वही उनके द्वारा दूसरी गेंद पर मिस्बाह को कोई रन नहीं बनाने दिया गया। तीसरी गेंद पर मिस्बाह उल हक छक्का जड़ने में कामयाब रहे। पाकिस्तानी टीम को मात्र 6 रनों की आवश्यकता थी, लेकिन मिस्बाह द्वारा तीसरी गेंद पर स्कूप शॉट खेला गया। इस दौरान वह श्रीसंत को कैच थमा बैठे और भारत यह मैच 5 रनों से जीतकर वर्ल्ड कप खिताब हासिल कर सका।

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