IND vs WI : बेटे के शतक जड़ने के बाद खुशी से झूम उठे यशस्वी जयसवाल के पिता, निकले कांवड़ यात्रा पर

IND vs WI : 21 वर्षीय युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने आज अपने आक्रमक प्रदर्शन के चलते पूरी दुनिया में अपना परचम फहराया है। आज पूरा क्रिकेटिंग वर्ल्ड यशस्वी जायसवाल का दीवाना हो चुका है।

कहावत है ना की संघर्ष जितनी शांति से करो आपकी सफलता उतना ही शोर मचाती है। जी हां यह कहावत यशस्वी जायसवाल के ऊपर सटीक बैठती है। भारत और वेस्टइंडीज के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई, जिसका पहला मुकाबला डोमिनिका के विंडसर पार्क में खेला गया, यशस्वी जायसवाल इस दौरान 215 गेंदों पर अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ने में कामयाब रहे।

अपने पदार्पण के दौरान शतक जड़ने वाले यशस्वी जायसवाल भारत के 17वे और दुनिया के 115वें खिलाड़ी बन चुके हैं। बाएं हाथ का यह ओपनर बल्लेबाज कई मौकों के दौरान कैरेबियाई गेंदबाजों को धूल चटाता नजर आया। मैदान के चारों तरफ उसने तूफानी प्रदर्शन कर जमकर शॉट्स लगाए।

IND vs WI : बेटे के शतक जड़ने के बाद खुशी से झूम उठे यशस्वी जयसवाल के पिता

शतक जड़ने के साथ ही यशस्वी जायसवाल पूरे देश में अपना नाम रोशन कर चुके हैं। यशस्वी जयसवाल के लिए उनका खेला गया अपना पहला मुकाबला हमेशा के लिए यादगार बना गया है। उनके शतक का जस्न उनके परिवार में धूमधाम के साथ मनाया गया, क्योंकि हर माता-पिता का सपना होता है, कि वह अपने बच्चे को कामयाब होता देखें। जिसमें उसे बहुत खुशी मिलती है, जैसे ही यशस्वी जायसवाल ने शतक जड़ा कुछ ऐसी ही खुशी यशस्वी जायसवाल के पिता भूपेंद्र जयसवाल और माता कंचन जायसवाल को भी हो हुई।

यशस्वी जायसवाल के शतक जड़ने के बाद उनके पिता भूपेंद्र जायसवाल का सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने अपने लाडले से दोहरे शतक की मांग की। दरअसल बेटे के शतक जड़ने के तुरंत बाद ही यशस्वी के पिता भूपेंद्र जयसवाल कावड़ यात्रा पर निकल गए, और उन्होंने बताया कि पूरा परिवार यशस्वी के शतक से बेहद प्रसन्न है। मैं चाहता हूं कि वह अपने इस शतक को दोहरे शतक में तब्दील करें और उत्तर प्रदेश का नाम रोशन कर सकें। यशस्वी जायसवाल के पिता ने आगे बताया कि “मैं बाबा धाम में सिर्फ यही मन्नत मागूंगा की, यशस्वी अपना दोहरा शतक पूरा कर सके और उसकी मेहनत सफल हो जाए”।

लेकिन यशस्वी जायसवाल लाख कोशिशों के बाद दोहरा शतक लगाने में नाकाम रहे। अगर वह दोहरा शतक जड़ने में कामयाब होते, तो ऐसा करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन जाते। टेस्ट डेब्यू पर बतौर भारतीय सबसे बड़ा स्कोर इस समय शिखर धवन (187) के नाम पर दर्ज है।

अपने सपनों को साकार करने के लिए यशस्वी जयसवाल साल 2013 में मुंबई आ गए थे, और अपने सपने तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी संघर्षों के दौर से गुजरने पड़ा। कभी वह टेंट में सोए, तो कभी उन्होंने पानी पूरी बेंची। आईपीएल 2023 में वह बेहतरीन प्रदर्शन करने में कामयाब रहे, जिसके बाद वह भारतीय टीम में शामिल हो गए। लाख संघर्षों के बाद 21 वर्षीय यह खिलाड़ी इस मुकाम तक पहुंच सका, जहां उसके नाम का परचम पूरे देश में फहरा रहा है।

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