भारत और पाकिस्तान के बीच Asia Cup 2023 को लेकर चल रहा विवाद अभी थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के संभावित अध्यक्ष जका अशरफ द्वारा एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के हाइब्रिड मॉडल पर आपत्ति जताई गई है। उन्होंने कहा कि एशिया कप का आयोजन पाकिस्तान पहले दिन से ही इस मॉडल के आधार पर कराने के पक्ष में बिल्कुल नहीं है।
पाकिस्तान को हाइब्रिड मॉडल नहीं है मंजूर
साल 2008 के बाद से कहीं पहली बार पाकिस्तान बहुराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट की मेजबानी करने जा रहा है। लेकिन पीसीबी के संभावित अध्यक्ष द्वारा लगातार एसीसी द्वारा सुझाए गए हाइब्रिड मॉडल का विरोध किया जा रहा है।
हाइब्रिड मॉडल के अंतर्गत एशिया कप 2023 का आयोजन पाकिस्तान और श्रीलंका द्वारा मिलकर किया जाएगा, ऐसी स्थिति में भारत अपने सभी मुकाबले श्रीलंका में खेलेगा, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से इसका विरोध किया जा रहा है।
भारतीय टीम पर पाकिस्तान की नाराजगी पड सकती है भारी
प्रश्न उठता है, कि अगर एशिया कप के आयोजन में पाकिस्तान ने बाधा डाली, तो फिर भारत को इसका कितना नुकसान उठाना पड़ेगा, आइए जानते हैं।
भारत एशिया कप के बाद वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी करते नजर आएगा। भारतीय फैंस उम्मीद जता रहे हैं, कि रोहित शर्मा की कप्तानी के दौरान भारतीय टीम किसी भी कीमत में खिताब हासिल कर चैंपियनशिप ट्रॉफी जीतने का पूरा प्रयास करेगी।
ऐसी स्थिति में भारतीय टीम को अभ्यास करना बेहद जरूरी है। वनडे वर्ल्ड कप को देखते हुए इस बार एशिया कप भी वनडे फॉर्मेट में ही खेला जाएगा। ऐसी स्थिति में भारतीय टीम इस मौके का भरपूर फायदा उठाने का प्रयास करेगी। अगर पाकिस्तान द्वारा एशिया कप खेलने से इंकार कर दिया जाता है, तो फिर भारतीय टीम के पेस बॉलर्स के खिलाफ अच्छे से अभ्यास नहीं हो पाएगा।
ऐसी स्थिति में भारतीय टीम का ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी घातक टीमों के सामने टिकना काफी मुश्किल हो जाएगा। पाकिस्तानी खिलाड़ियों की कमजोरियों का भी भारतीय खिलाड़ियों के लिए अंदाजा लगा पाना काफी मुश्किल हो जाएगा।