टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया की हार को देखते हुए 18 नवंबर की शाम अचानक से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा कड़ा फैसला लेते हुए चेतन शर्मा की अगुवाई वाली 4 सदस्यीय राष्ट्रीय चयन समिति को बर्खास्त कर दिया गया। जिसके बाद से लगातार यही सवाल उठ रहे हैं, कि अब नए सेलेक्टर्स के तौर पर किसे चुना जाएगा। इस खबर के आने के बाद से ही बीसीसीआई को इस पद के लिए आवेदन मिलना भी शुरू हो गए हैं।
आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको ऐसे पांच खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जिन्हें अगर चयन समिति का हिस्सा बना दिया जाए, तो टीम इंडिया में हमें कई बड़े बदलाव नजर आ सकते हैं। लेकिन चाह कर भी बीसीसीआई इन 5 दिग्गज खिलाड़ियों को मुख्य चयनकर्ता नहीं बनाएगा। आखिर इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण क्या है, आइए जानते हैं।
युवराज सिंह
विश्व क्रिकेट में सिक्सर किंग के नाम से जाने जाने वाले भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह इंग्लैंड के खिलाफ 6 गेंदों में छह छक्के लगाने में कामयाब रहे। युवी तीनों फॉर्मेटों में टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं। भारतीय टीम का हिस्सा होने के नाते युवराज सिंह भारतीय टीम की कमजोरियों और मजबूरियों को अच्छे से समझते हैं।
हर प्रकार से चयन समिति का सदस्य बनने की चुनौती पर खरा उतरने वाले युवराज सिंह ने 10 जून साल 2019 में संन्यास की घोषणा कर दी थी। बीसीसीआई का नियम है, कि जो भी खिलाड़ी इस चयनकर्ता पद के लिए आवेदन करें, उसे कम से कम सन्यास लिए हुए 5 साल हो जाने चाहिए, लेकिन अभी युवराज सिंह को सिर्फ 3 साल ही हुए हैं ऐसी स्थिति में मुख्य चयनकर्ता के आवेदन करने के लिए युवराज को अभी 2 साल और रुकना पड़ेगा।
एमएस धोनी
भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपनी कप्तानी के दौरान टीम इंडिया को आईसीसी के तीनों बड़े इवेंट जिताने में कामयाब रहे हैं। इसके अतिरिक्त एक फिनिशर की भूमिका निभाते हुए भी धोनी ने टीम को कई बड़े मैच जिताए। लेकिन बेहतरीन करियर के बाद 15 अगस्त 2020 को महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी।
साल 2021 में धोनी को टी20 विश्व कप टीम का मेंटार बनाया गया था। लेकिन चेतन शर्मा की अगुवाई वाली 4 सदस्य राष्ट्रीय चयन समिति की बर्खास्तगी के बाद अब यह कयास लगाया जा रहा है, कि मुख्य चयनकर्ता पद पर धोनी को सेलेक्ट किया जा सकता है। लेकिन बीसीसीआई द्वारा ऐसा चाह कर भी नहीं किया जा सकता, क्योंकि बीसीसीआई के नियमों मुताबिक सन्यास लिए हुए खिलाड़ी को 5 साल पूरे होने चाहिए, लेकिन धोनी को भी अभी मात्र दो ही साल हो सके हैं।
इरफान पठान
साल 2020 में भारतीय टीम के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज इरफान पठान द्वारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया गया था। टेस्ट मैच में हैट्रिक लेने वाले इरफान पहले भारतीय खिलाड़ी हैं। इरफान ने यह कारनामा पाकिस्तान के खिलाफ किया था, लेकिन संन्यास के बाद पठान स्टार स्पोर्ट्स पर कमेंट्री करते देखे गए। लेकिन अभी इंरफान को भी राष्ट्रीय चयन समिति का हिस्सा बनने के लिए 3 साल इंतजार करना पड़ेगा।
सुरेश रैना
15 अगस्त 2020 को पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने महेंद्र सिंह धोनी के साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। लेकिन आईपीएल में वह चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेल रहे हैं। उन्होंने भी सन्यास की घोषणा का ऐलान करते हुए सबको चौका दिया है। अपनी धाकड़ बल्लेबाजी के लिए मशहूर सुरेश रैना का आक्रमक अंदाज लोगों को बहुत पसंद आता है। लेकिन बीसीसीआई चाह कर भी इस खिलाड़ी का चयन करता नहीं कर सकती, क्योंकि इन्हे भी सन्यास लिए अभी 5 साल पूरे नहीं हुए हैं।
रॉबिन उथप्पा
14 सितंबर को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा करने वाले रॉबिन उथप्पा द्वारा 15 अप्रैल 2006 को इंग्लैंड के खिलाफ अपने वनडे करियर की शुरुआत की गई थी। साल 2007 में उथप्पा खेली गई टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का हिस्सा रहे थे। इसके अतिरिक्त वह आईपीएल 2012, 2014 के विजेता कोलकाता नाइट राइडर्स और 2021 की विजेता चेन्नई टीम के सदस्य भी रहे।
इसके साथ ही वह 2013-14 में रणजी ट्रॉफी, 2014-15 विजय हजारे ट्रॉफी, 2013-14 और 2014-15 और ईरानी कप 2013 14 और 2014-15 का खिताब जीतने वाली कर्नाटक टीम के सदस्य भी रह चुके हैं। लेकिन अभी बीसीसीआई के पैमाने पर यह भी खरेे नहीं उतर रहे उन्हें भी अपने रिटायरमेंट को 5 साल पूरा करना होगा।
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