“पहली बार नेट पर इस खिलाड़ी की गेंदबाजी देख प्रभावित हुए थे धोनी ने कहा WOW वो सर्वश्रेष्ठ बनेगा” इस खिलाड़ी के डेब्यू से पहले ही कर दी थी भविष्वाणी
“पहली बार नेट पर इस खिलाड़ी की गेंदबाजी देख प्रभावित हुए थे धोनी ने कहा WOW वो सर्वश्रेष्ठ बनेगा” इस खिलाड़ी के डेब्यू से पहले ही कर दी थी भविष्वाणी

भारतीय क्रिकेट जगत हमेशा से ही तेज गेंदबाज विभाग की सबसे बड़ी कमजोरी माना जाता है। लेकिन पिछले कुछ सालों में अगर देखेंगे तो भारतीय तेज गेंदबाजों की तस्वीर बहुत तेजी से बदलती हुई दिखाई दी है। टीम इंडिया में कई सारे ऐसे गेंदबाज हैं। जिन्होंने भारत को एक मजबूत स्थिति में ना करके खड़ा कर दिया है। जहां टीम इंडिया में तेज गेंदबाज के रूप में मोहम्मद शमी अहम किरदार निभाया है तो वही हाल ही में ईशांत शर्मा ने उनसे जुड़ा एक बहुत ही मजेदार किस्सा सुनाया है।

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शमी की गेंदबाजी से प्रभावित हुए थे महेंद्र सिंह धोनी

भारत के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने हाल ही में ईएसपीएन क्रिकइंफो के शो में पहुंचे थे। जहां उन्होंने मोहम्मद शमी से जुड़े कुछ अनसुने किस्से शेयर किए थे। वहां उन्होंने मोहम्मद शमी के डेब्यू का किस्सा शेयर किया था। उन्होंने बताया था कि

“मोहम्मद शमी और उनकी गेंदबाजी कौशल के बारे में कई बार सुना था। जब उन्हें साल 2013 में नेट में गेंदबाजी के लिए बुलाया गया। तो मैं और धोनी उन्हें गेंदबाजी करते हुए देख रहे थे। धोनी ने उनको गेंदबाजी करते हुए देखा तो धोनी ने उनके लिए सिर्फ चार शब्द कहे, वाह क्या गेंदबाज है।”

इशांत शर्मा ने भी पढ़े शमी की तारीफों के कसीदे

इशांत शर्मा यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे मोहम्मद शमी के बारे में बातचीत करते हुए कहा कि

“उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ साल 2013 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। उन्होंने उस मैच में 9 विकेट हासिल किए। जिसमें दूसरी पारी का एक 5 विकेट हाॅल भी था। इस मैच को भारतीय टीम ने एक पारी और 51 रनों से जीता। उस मैच में शमी की गेंदबाजी ने सभी को खासा प्रभावित किया।”

वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों के जैसा रनअप

“हमने सुना था कि वेस्टइंडीज का एक गेंदबाज हुआ करता था, जिसका रनअप बेहद ही सिंपल और छोटा करता था, लेकिन वह बहुत तेज गेंदबाजी करता था और शमी भी कुछ इसी तरह के गेंदबाज थे। वह भी अपने छोटे रन अप के सटीक लाइन लेंथ वाली तेज गेंदबाजी करते थे। उनकी गेंदबाजी को खेलना अच्छे अच्छे बल्लेबाजों के लिए मुश्किल हुआ करता था।”

‘उसके डेब्यू के बाद हम काफी अच्छे दोस्त भी बन गए। जब वह किसी व्यक्तिगत उथल-पुथल से गुजर रहा था, उसके साथ जो कुछ भी हुआ था, मुझे लगा कि उसे किसी सहारे की जरूरत है और मैं उससे कहता था, ‘क्या हुआ, क्या हुआ। अगर आप क्रिकेट पर ध्यान देंगे तो हो सकता है कि चीजें ठीक हो जाएं।’

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