आर अश्विन एक बेहद अनुभवी गेंदबाज हैं। आपको बता दें कि अश्विन टीम इंडिया के दूसरे सबसे बेहतरीन सफल टेस्ट गेंदबाज हैं और इनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 442 विकेट दर्ज है। वैसे तो टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 350 विकेट लेने के मामले में श्रीलंकाई स्पिनर मुथैया मुरलीधरन पहले नंबर पर आते हैं।
यही नहीं वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार प्लेयर ऑफ द सीरीज जीतने में भी कामयाब रहे हैं और दूसरे नंबर पर काबिज है। एक गेंदबाज के तौर पर इतनी सफलता हासिल करने वाले आश्विन के बारें में यह बात सुनकर हर कोई दंग रह जाता है कि उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दौर में सलामी बल्लेबाज और मीडियम पेसर थे।
बचपन में करते थे बल्लेबाजी
जानकारी कि आपको बता दें कि आर अश्विन जो अपने स्कूल के दिनों में क्रिकेट खेलते थे। तो वह सलामी बल्लेबाज़ बन के मैदान में उतरते थे इसके साथ ही वह मध्यम तेज गति से बोल भी करते थे। यानी कि वह फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर थे। इस दौरान उनके बचपन के कोच सीके विजय ने उन्हें एक स्पिनर बना डाला
अश्विन के लिए काफी बेहतरीन भी साबित हुआ है टीम इंडिया में एंट्री करते हुए अनिल कुंबले और हरभजन सिंह की खाली जगह को पूरा किया और अब टेस्ट क्रिकेट में एक के बाद एक नया इतिहास रच रहे हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलिया में होने वाले T20 वर्ल्ड कप की टीम में भी इस खिलाड़ी को विस्तार दिया गया है ।
एक नजर टीम इंडिया के लिए हासिल किए गए विकेट पर
आर अश्विन ने 5 जून साल 2010 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच में अपना इंटरनेशनल डेब्यू दर्ज कराया था। जिसके 7 दिन बाद ही उन्हें T20 में डेब्यू करने का मौका मिला। हालांकि टेस्ट डेब्यू के लिए करीब होने डेढ़ साल का इंतजार करना पड़ा था। क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में खिलाड़ी ने 659 विकेट लिए हैं इस खिलाड़ी ने टेस्ट क्रिकेट में 442 वनडे में 151 और टी20 इंटरनेशनल में छह छह विकेट लिए हैं।
टेस्ट क्रिकेट में लगाए हैं 5 शतक
आर अश्विन बल्लेबाजी में काफी कामयाब रहे हैं। अपने इंटरनेशनल करियर मैच खिलाड़ी ने 5 शतक और 13 अर्धशतक लगाए हैं उन्होंने अपनी सभी शतक टेस्ट मैचों से जुड़ी है। हालांकि T20 क्रिकेट में उनका औसत 32.20 का रहा है क्रिकेट की दुनिया में कई सारी कीर्तिमान हासिल करने वाले आरक्षण T20 इंटरनेशनल क्रिकेट में टीम इंडिया के लिए 50 से ज्यादा विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज हैं।
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