क्रिकेट का मैदान एक ऐसा मैदान है। जहां हर खिलाड़ी खेलने का सपना देखता है। हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह लंबे समय तक इस मैदान में टिका है। लेकिन टीम इंडिया में सिलेक्शन होना जितना मुश्किल होता है। उससे कहीं ज्यादा मुश्किल होता है। टीम इंडिया में अपनी जगह को बनाए रखना। क्योंकि टीम के बाहर कई सारे ऐसे खिलाड़ी होते हैं। जो आपसे भी बेहतरीन प्रदर्शन देते हैं और आपकी जगह को आप देख ही सकते हैं।
अब ऐसे में आज हम आपको टीम इंडिया के ऐसे दो खिलाड़ियों के बारे में बताने वाले हैं। जिनका करियर काफी मुश्किल में फंसा हुआ दिखाई दे रहा है और इनके लिए टीम इंडिया के दरवाजे भी लगभग बंद ही दिखाई दे रहे हैं।
पृथ्वी शॉ

इस लिस्ट में सबसे पहला नाम आता है पृथ्वी शॉ का। आपको बता दें कि चयनकर्ता लगातार इस खिलाड़ी के साथ नाइंसाफी कर रहे हैं। कितने हर चीज में लगभग हर सीरीज से इस खिलाड़ी को बाहर रखा हुआ है। जिसे देखकर ऐसा लगता है कि चयनकर्ता हर मैच से पृथ्वी को दरकिनार कर रहे हैं हालांकि जिस तरीके से चयनकर्ताओं ने पृथ्वी को नजरअंदाज किया है।
वह रोहित शर्मा से भी तूफानी बैटिंग में माहिर हैं। इस खिलाड़ी के अंदर पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की झलक देखने को मिलती है। इन दोनों ही खिलाड़ियों का कॉम्बिनेशन सिर्फ एक खिलाड़ी में देखने को मिलता है।
बल्लेबाजी करने में है बेहद खतरनाक

जिस तरीके से तेंदुलकर और सहवाग शुरुआत में आते ही कोहराम मचाते थे और जमकर रन कूटते थे। वैसे ही भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री इस खिलाड़ी को लेकर कह चुके हैं कि इस खिलाड़ी के अंदर सहवाग सचिन और लारा की झलक देखने को मिलती है। 22 साल के इस खिलाड़ी में आक्रामक बल्लेबाजी देखने को मिलती है। अगर इस खिलाड़ी को मौका दिया जाए तो वह दुनिया के किसी भी कोने में रन बना सकते हैं। हालांकि आने वाले दिनों में टीम इंडिया को नई ओपनिंग बल्लेबाज की जरूरत होगी और ऐसे में प्रथ्वी यह जिम्मेदारी संभाल सकते हैं।
मनीष पांडे

इस लिस्ट में दूसरा नाम आता है। मनीष पांडे का आपको बता दें कि भारतीय टीम के इस खिलाड़ी का क्रिकेट करियर बेहद मुश्किलों में दिखाई देता है। हालांकि खिलाड़ी के लिए भी टीम इंडिया के दरवाजे लगभग बंद ही हो चुके हैं। भारतीय टीम के खिलाड़ी मनीष पांडे काफी वक्त से अपने खराब परफॉरमेंस के वजह से ढूंढ रहे हैं। जिसकी वजह से उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया है हालांकि टीम इंडिया ने कई बार मौके दिए लेकिन खिलाड़ी हर बार फ्लॉप साबित हुए।
लगभग खत्म हो चुका है करियर

मनीष पांडे के कैरियर की बात करें तो आपको बता दें कि इस खिलाड़ी ने टीम इंडिया की अब तक 29 T-20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं। जिसमें उन्होंने 44 .32 की औसत से 126.15 स्ट्राइक रेट के साथ 709 रन अपने नाम किए हैं। हालांकि मनीष कभी भी कंसिस्टेंट नहीं रहे हैं। शायद यही वजह है कि उनका भारतीय टीम में आना-जाना लगातार बरकरार रहा है। आईपीएल 2021 में मनीष ने सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से खेला था। इस सीजन के आईपीएल की बात करें तो यह लखनऊ सुपरजाइंट्स के लिए बेहद कमजोर कड़ी साबित हुए हैं।
क्योंकि लखनऊ की टीम में खिलाड़ी को 4.6 करोड रुपए देकर अपने खेमे में शामिल किया था। लेकिन इस बल्लेबाज के प्रदर्शन ने उन्हें काफी निराश किया मनीष पांडे को आईपीएल 2022 में सनराइजर्स हैदराबाद ने ठुकरा दिया था क्योंकि पिछले सीजन मनीष ने बेहद खराब प्रदर्शन किया था जिसकी वजह से हैदराबाद ने इन्हें अपनी टीम से बाहर कर दिया था और लखनऊ की टीम ने इन्हें अपने खेमे में शामिल किया लेकिन इस खिलाड़ी ने अपने प्रदर्शन से सबको निराश किया।
आईपीएल में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज थे मनीष

आपको बता दें कि केकेआर और फिर सनराइजर्स हैदराबाद के लिए ढेरों रन कूटने वाली मनीष पांडे ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के साथ हुई थी। 2009 में आईपीएल में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए थे। उन्होंने डेक्कन चार्जर्स हैदराबाद के खिलाफ सिर्फ 73 गेंदों में नाबाद 114 रनों की शानदार पारी खेली थी। इस दौरान उनके बल्ले से 10 चौके और 4 छक्के निकले थे हालांकि उस दौरान टीम के कप्तान अनिल कुंबले हुआ करते थे।