क्रिकेट के मैदान में अक्सर देखा जाता है कि टीम के कई साथी खिलाड़ी एक दूसरे की जहां टांग खींचते हैं। तो कई बार मस्ती मजाक करते हुए भी दिखाई देते हैं। कभी-कभी कुछ बोल भी देते हैं। जिससे माहौल थोड़ा सा हल्का हो जाता है। लेकिन कई बार ऐसा भी देखने को मिला है कि क्रिकेट के मैदान में बात इतनी ज्यादा भी बढ़ जाती है। जो अखबारों की सुर्खियां तक बन जाती है। ऐसा ही एक वाक्या पाकिस्तान के इस क्रिकेटर के साथ भी देखने को मिला है जब कप्तान बाबर आजम ने अपने साथी खिलाड़ी को बूढ़ा कह दिया था। तो चलिए आपको बताते है कि आखिर क्या है पूरा वाक्या
पाकिस्तान बनाम वेस्टइंडीज

दरअसल पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच तीसरे और अंतिम वनडे मैच के दौरान फौलादी खिलाड़ी शादाब खान ने अपने बल्ले से सबको हैरान कर दिया। जी हां शादाब ने अपना शानदार प्रदर्शन दिखाते हुए पाकिस्तान टीम को अंतिम वनडे मैच जिताने में सफल साबित हुए हैं। और इस जीत के साथ ही उन्होंने अपनी साथी दुनिया ने वेस्टइंडीज को 3-0 से क्लीन स्वीप कर दिया। भारत इस मैच को जीतने के बाद ही सीनियर ऑलराउंडर शादाब खान ने इस वाक्या का खुलासा किया।
साथी खिलाड़ी को बाबर आजम ने कह दिया था बूढ़ा

आपको बता दें कि पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम को लेकर शादाब ने इस बात का खुलासा किया है कि जब बाबर आजम ने उन्हें बुड्ढा कह दिया था। हालाकिं खिलाड़ी को इस बात का उन्हें बुरा नहीं लगा। बल्कि उनके ऐसा कहने पर यह खिलाड़ी और ज्यादा मोटिवेट हो गया और इस खिलाड़ी ने आखिरी वनडे मैच के दौरान महल 78 गेंदों में चार चौके और तीन छक्कों की मदद से 86 रन बना डाले और अपनी टीम को एक बड़े तौर पर भी पहुंचा दिया।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहीं बड़ी बात

शादाब ने मैच को जीतने के बाद प्रेस कॉन्फस के दौरान बताया कि यह बहुत ही ज्यादा प्रेशर करने वाली कंडीशन थी। मैं और खुशदिल शाह ने दूसरे पावर प्ले तक एक दूसरे को कंट्रोल कर के खेलने की पूरी प्लानिंग बनाई थी और हमने सोचा था कि 38 ओवर के बाद 2 ओवर के पावर प्ले में हम एक दूसरे का फायदा उठाएंगे। बाबर आजम द्वारा मुझे बुड्ढा कहने के बाद मुझे काफी ज्यादा मोटिवेशन मिला है। हालांकि चोटिल होने के बाद ठीक से फील्डिंग करना मेरे लिए थोड़ा मुश्किल हो गया था इसीलिए वह मुझे बुड्ढा कह रहे थे।
मैं और सुधार करने की कोशिश करूंगा

इतना ही नहीं शादाब खान यहीं नहीं रुके उन्होंने यह भी कहा कि-मैं नेशनल हाई परफारमेंस सेंटर में अधिक ओवर फेंकने के लिए ज्यादा मेहनत कर रहा हूं क्योंकि चोटिल होने के बाद शुरू में गेंदबाजी करना मेरे लिए बहुत ज्यादा परेशानी वाली बात थी। उम्मीद है कि मैं और ज्यादा कड़ी मेहनत करूंगा और अपने अंदर सुधार लाने की पूरी कोशिश करूंगा।