क्रिकेट का मैदान एक ऐसा मैदान होता है। जहां हर क्रिकेटर अपने देश के लिए खेलने के बारे में सोचता है। उसका यह सप्ताह होता है कि वह अपने देश के लिए बेहतरीन खेल और क्रिकेट की दुनिया में खूब नाम कमाए। कई बार कड़ी मेहनत करने के बावजूद भी खिलाड़ियों को वह मंच हासिल नहीं होता। जहां वह अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखा सकें। तो चलिए इसी कड़ी में आज हम आपको उन खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं। जिनको भारतीय टीम के लिए वनडे इंटरनेशनल मैच खेलने का मौका तो मिला। लेकिन यही मैच उनके लिए एक आखिरी मैच साबित हुआ।
फैज फजल

इस लिस्ट में सबसे पहले नाम आता है फैज फजल का। आपको बता दें कि ये खिलाड़ी नागपुर में जन्मे हैं और बाएं हाथ के बल्लेबाज है जो विदर्भ क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। इतना ही नहीं है खिलाड़ी सेंट्रल जोन इंडिया रेड इंडिया अंडर-19 रेलवे और राजस्थान रॉयल्स के लिए खेल चुके हैं। साल 2015 और 16 में वह देवधर ट्रॉफी में भी दिखाई दिए थे इस दौरान इस खिलाड़ी ने इंडिया बी के खिलाफ फाइनल में भारत ए के लिए 112 बॉल में 100 रन बनाए थे।
फैजल ने 2015-16 के ईरानी कप में मुंबई के खिलाफ 480 रनों के सफल रन-पीछा में रेस्ट ऑफ इंडिया के लिए 127 रन बनाए खिलाड़ी ने अपना पहला वनडे इंटरनेशनल मुकाबला जिम्बाब्वे के विरुद्ध खेला था। इसमें उन्होंने 61 गेंदों पर 55 रन बनाए थे। हालाकिं यह इनका पहला वनडे मुकाबला आखिरी मैच साबित हुआ था।
पंकज सिंह को भारतीय टीम के लिए मिला सिर्फ एक मौका

इस खिलाड़ी की अगर बात करें तो आपको बता दें कि पंकज सिंह ने 5 जून 2010 को श्रीलंका के खिलाफ अपने करियर का पहला वनडे मैच खेला था। लेकिन इसका पहला मैच का आखिरी साबित हुआ। 6 मई 1985 को उत्तर प्रदेश सुल्तानपुर में जन्मे खिलाड़ी तेज गेंदबाज के रूप में जाना जाता था।
बी एस चंद्रशेखर

बी एस चंद्रशेखर ने 58 टेस्ट मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने 242 विकेट लिए हैं। आपको बता दें कि उन्होंने 16 साल का करियर बनाया। चंद्रशेखर दुनिया के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं। जिन्होंने अपने पूरे टेस्ट प्रथम श्रेणी करियर में रन बनाने से ज्यादा विकेट चटकाए हैं। उन्हें 1972 में पद्मश्री अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।
1972 में चंद्रशेखर को विजडन क्रिकेटर के रूप में भी पुरस्कार दिया गया था साल 2002 में उन्होंने विजन का पुरस्कार भारत के लिए जीता अगर इनके इंटरनेशनल खिलाड़ी ने अपना पहला वनडे इंटरनेशनल मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। जिसमें उन्होंने गेंदबाजी में 12 की औसत से 36 रन देकर तीन विकेट अपने नाम किए थे और बल्लेबाजी में उन्होंने 13 गेंदों में महज 11 रन ही बनाए थे।