जब किसी भी क्रिकेटर (Cricketer) के द्वारा अपने करियर की शुरुआत की जाती है, तो उनका लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलना और अपने देश के लिए शानदार प्रदर्शन करना होता है। हालांकि कभी-कभी खिलाड़ियों के मुताबिक किसी चीज का होना नामुमकिन होता है, जिसके लिए उन्हें अपनी निष्ठा में बदलाव करना ही पड़ता है।
कभी-कभी खिलाड़ियों को अपनी पूर्व टीम के खिलाफ खेल में शामिल होने का परिणाम भी मिल जाता है। यह एक ऐसा चलन है जिसका फ्रेंचाइजी क्रिकेट में काफी महत्व है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में अत्यंत दुर्बल और कठिन है। आइए इस आर्टिकल के जरिए कुछ ऐसे क्रिकेटरों के बारे में बात करेंगे, जिनके द्वारा अंतरराष्ट्रीय टीम के लिए और उसके खिलाफ दोनों ही प्रकार से खेला गया है।
इयोन मोर्गन
इंग्लैंड और आयरलैंड दोनों टीमों के लिए और उनके खिलाफ खेलने वाले इंग्लैंड के पूर्व सीमित ओवरों के कप्तान इयोन मोर्गन द्वारा साल 2006 में अपने मूल देश आयरलैंड के लिए अपने करियर की शुरुआत की गई। मोर्गन समय के अनुरूप अपनी भविष्य की टीम इंग्लैंड के खिलाफ भी खेले।
इंग्लैंड के लिए बाद में उन्होंने बेहतर अवसरों की तलाश में व्यापार करने का फैसला किया, उनके द्वारा इंग्लैंड के एक क्रिकेटर के रूप में आयरलैंड के खिलाफ खेलों में भाग लिया गया। हाल ही में 7 साल से अधिक समय तक इंग्लैंड की सफेद गेंद वाली टीम के लिए खेलने के बाद मोरगन खेल से अलविदा बोल चुके हैं उनके द्वारा इंग्लैंड के सीमित ओवरों में सदस्य क्रिकेटरों में से एक के रूप में सन्यास लिया गया।
जोफ्रा आर्चर
मौजूदा समय में जोफ्रा आर्चर सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक माने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर के दौरान वेस्टइंडीज के लिए और उसके खिलाफ दोनों ही प्रकार से खेला है। उनके द्वारा अपने अंडर-19 दिनों के दौरान वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व किया गया। एक चोट के चलते इस खिलाड़ी को दरकिनार कर दिया गया, जिसके बाद उन्हें दोबारा चांस नहीं दिया जा सका।
फिर अपनी निष्ठा में बदलाव कर जोफ्रा आर्चर में एक क्रिकेटर के रूप में अपने करियर को आगे बढ़ाते हुए इंग्लैंड के लिए खेलने का फैसला किया। साल 2019 में यह खिलाड़ी आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के दौरान वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला औरत ने 9 ओवरों 3:30 के अभूतपूर्व आंकड़ों के साथ लौटने में कामयाब रहा।
निकोलस पूरन और खतरनाक कार्लोस ब्रेथवेट का विकेट भी खिलाड़ी के हिस्से में शामिल था इसके अतिरिक्त उनके द्वारा वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में भी भाग लिया गया। इंग्लैंड टीम के अहम सदस्य जोफ्रा आर्चर चोटों से उबरने के बाद विश्व मंच पर अपने शानदार प्रदर्शन के चलते आग लगाने की कोशिश करेंगे।
ल्यूक रोंची
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दोनों ही देशों के लिए खेल चुके विकेटकीपर बल्लेबाज है ल्यूक रोंची। ल्यूक रोंची द्वारा उनका t20ई डेब्यू साल 2008 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ब्रिजटाउन में खेले गए एक मुकाबले के जरिए किया गया था। हालांकि बाद में ल्यूक रोंची द्वारा न्यूजीलैंड के लिए खेलने के लिए पक्ष बदलने का फैसला किया गया था क्योंकि उनकी फॉर्म में गिरावट देखने को मिली थी।
न्यूजीलैंड के लिए खेलते हुए ल्यूक रोंची ने कई अवसरों पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्रिकेट खेला। ल्यूक रोंची दुर्भाग्यवश अपनी पूर्व टीम के लिए कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए। साल 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के बाद उनके द्वारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया गया और तब से वह बल्लेबाजी कोच के रूप में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के लिए कार्यरत हैं।
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